भारतीय रेलवे आज पहले से कहीं अधिक आधुनिक हो चुका है। हाई-स्पीड ट्रेन, कवच सेफ्टी सिस्टम और स्मार्ट सिग्नलिंग जैसी तकनीकों ने रेलवे सेक्टर को नया जीवन दिया है। इस विकास के पीछे कुछ रेलवे एंसिलरी कंपनियों का बड़ा योगदान है, जो इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी और सेफ्टी सिस्टम सप्लाई कर रही हैं। आज हम ऐसी ही 3 कंपनियों पर चर्चा करेंगे जो रेलवे के साथ-साथ निवेशकों के लिए भी मुनाफे का स्रोत बन सकती हैं।

1. रेलटेल कॉर्पोरेशन
रेलटेल कॉर्पोरेशन एक नवरत्न PSU है जो भारतीय रेलवे के कम्युनिकेशन नेटवर्क को मैनेज करती है। यह कंपनी अब देश की सबसे बड़ी न्यूट्रल टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर बन चुकी है।
प्रमुख आंकड़े:
- कुल ऑर्डर बुक: ₹7,020 करोड़
- राज्य सरकारों का हिस्सा: 29.59%
- भारतीय रेलवे का हिस्सा: 28.56%
FY25 वित्तीय विवरण:
- राजस्व: 35% की वृद्धि
- ऑपरेटिंग लाभ: 15% की वृद्धि
- शुद्ध लाभ: 22% की वृद्धि
रेलटेल ने हाल ही में बिहार सरकार के स्कूलों में स्टूडेंट किट्स और महाराष्ट्र में आईटीएमएस प्रोजेक्ट्स जैसे ऑर्डर हासिल किए हैं, जो इसके विविधीकरण को दर्शाता है।
2. सीमेंस लिमिटेड
सीमेंस भारत में जर्मन टेक्नोलॉजी का एक प्रमुख नाम है जो रेलवे सेक्टर को सिग्नलिंग सिस्टम, इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स और मेट्रो प्रोजेक्ट्स में अपनी सेवाएं दे रहा है।
प्रमुख ऑर्डर्स:
- मोबिलिटी सेगमेंट में ऑर्डर: 300% की वृद्धि (₹2,420 करोड़)
- नागपुर मेट्रो फेज 2: ₹770 करोड़
- मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन: ₹1,230 करोड़
वित्तीय स्थिति (Q2 FY25):
- राजस्व: 19% की वृद्धि
- ऑपरेटिंग मार्जिन: 12%
- कैश कन्वर्जन साइकल: नेगेटिव (-1 दिन)
सीमेंस का फोकस हाई-टेक रेलवे प्रोजेक्ट्स पर है, जो इसे लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
3. HBL पावर
एचबीएल पावर सिस्टम्स पहले बैटरी बनाने वाली कंपनी थी, लेकिन अब यह रेलवे सेफ्टी सिस्टम जैसे कवच (एंटी-कॉलिजन सिस्टम) में बड़ी भूमिका निभा रही है।
ऑर्डर बुक में उछाल:
- कुल ऑर्डर: ₹4,029 करोड़ (जून 2025 तक)
- चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स से ऑर्डर: ₹1,522 करोड़
FY25 वित्तीय विवरण:
- राजस्व: 4.1% की गिरावट
- शुद्ध लाभ मार्जिन: सुधार
कवच सिस्टम का विस्तार होने से एचबीएल के लिए भविष्य में और ऑर्डर्स की संभावना है।
निष्कर्ष
भारत सरकार रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश कर रही है, जिससे रेलवे एंसिलरी कंपनियों को फायदा हो रहा है। रेलटेल, सीमेंस और एचबीएल पावर जैसी कंपनियां इस विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं। इन कंपनियों के मजबूत ऑर्डर बुक और तकनीकी क्षमता उन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती हैं।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Ghar" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।