भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, और कंपनियां इस ग्रोथ का फायदा उठाने के लिए नए सेगमेंट में एंट्री कर रही हैं। ऐसी ही एक कंपनी है डेस्को इंफ्राटेक लिमिटेड, जिसने अब पावर और ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कदम रखा है। गैस पाइपलाइन और रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स में अपनी पहचान बना चुकी यह कंपनी अब बिजली ट्रांसमिशन लाइन्स, सबस्टेशन्स और इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के काम को भी हैंडल करेगी।

डेस्को इंफ्राटेक का पावर सेक्टर में विस्तार
डेस्को इंफ्राटेक पहले से ही सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD), सोलर प्रोजेक्ट्स और वॉटर पाइपलाइन जैसे सेक्टर्स में काम कर रही है। अब कंपनी ने पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में एंट्री की है। इसके तहत वह निम्न कार्य करेगी:
- ट्रांसमिशन लाइन्स और सबस्टेशन्स का डिजाइन, निर्माण और मेंटेनेंस
- हाई टेंशन (HT) और लो टेंशन (LT) केबल्स की लेयिंग (ओवरहेड और अंडरग्राउंड दोनों)
- शहरी और इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
यह मूव कंपनी के लिए एक स्ट्रैटेजिक डायवर्सिफिकेशन है, जो भारत के बिजली ग्रिड को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।
गुजरात में मिला पहला ऑर्डर
डेस्को इंफ्राटेक को पावर सेक्टर में एंट्री करते ही गुजरात में पहला ऑर्डर मिल गया है। इस ऑर्डर की मुख्य बातें:
- ऑर्डर वैल्यू: ₹37.08 लाख
- क्लाइंट: KP ग्रुप की तीन कंपनियां KPI ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, KPIG एनर्जिया प्राइवेट लिमिटेड और सनड्रॉप्स एनर्जिया प्राइवेट लिमिटेड
- प्रोजेक्ट: गुजरात में डीपी इंस्टालेशन वर्क (डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट सेटअप)
यह ऑर्डर छोटा जरूर है, लेकिन यह दिखाता है कि मार्केट में डेस्को इंफ्राटेक की क्षमताओं पर भरोसा किया जा रहा है। भविष्य में और बड़े प्रोजेक्ट्स की संभावना बनती है।
डेस्को इंफ्राटेक लिमिटेड
डेस्को इंफ्राटेक की स्थापना जनवरी 2011 में हुई थी। यह इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, प्लानिंग और कंस्ट्रक्शन में स्पेशलाइज्ड कंपनी है। इसके मुख्य बिजनेस सेगमेंट्स में शामिल हैं:
- सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD): पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) नेटवर्क का निर्माण
- रिन्यूएबल एनर्जी: सोलर पावर प्लांट्स के लिए फाउंडेशन वर्क (अडानी ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियों के साथ)
- वॉटर इंफ्रास्ट्रक्चर: पानी की पाइपलाइन्स का निर्माण और मेंटेनेंस
- अब पावर ट्रांसमिशन: नया बिजनेस सेगमेंट
कंपनी का काम सिर्फ कंस्ट्रक्शन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह प्रोजेक्ट्स की टेस्टिंग, कमीशनिंग और मेंटेनेंस भी करती है।
फाइनेंशियल हाईलाइट्स
डेस्को इंफ्राटेक के कुछ प्रमुख फाइनेंशियल पैरामीटर्स इस प्रकार हैं:
- मार्केट कैप: ₹184 करोड़
- ऑर्डर बुक: ₹270 करोड़ (मई 2025 तक)
- P/E रेश्यो: 19x
- रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE): 26%
- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE): 31%
- 52-वीक लो: ₹160 (अभी शेयर 50% ऊपर)
ROE और ROCE जैसे पैरामीटर्स दिखाते हैं कि कंपनी अपने निवेशकों के पैसे को अच्छे से यूटिलाइज कर रही है। ₹270 करोड़ का ऑर्डर बुक भविष्य में रेवेन्यू ग्रोथ का संकेत देता है।
निष्कर्ष
डेस्को इंफ्राटेक ने पावर सेक्टर में एंट्री करके अपने बिजनेस को एक नया आयाम दिया है। गुजरात में मिला पहला ऑर्डर कंपनी के लिए एक सकारात्मक शुरुआत है। फाइनेंशियल पैरामीटर्स भी स्ट्रांग हैं, जो इसे भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ स्टोरी का एक दिलचस्प प्लेयर बनाते हैं। अब देखना होगा कि यह नया सेगमेंट कंपनी के लिए कितना प्रॉफिटेबल साबित होता है।
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